NRI News :-175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी चक्रवात मोका

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NRI News :- मौसम विभाग कार्यालय ने बताया कि चक्रवात मोका और तेज होता जाएगा। यह कॉक्स बाजार और म्यांमार में बंदरगाह शहर सित्त्वे के करीब क्यौकप्यू के बीच रविवार को समुद्र तट से टकराएगा। इस वजह से 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मछुआरों, जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।


भारत में यहां बारिश के आसार
चक्रवाती तूफान के कारण त्रिपुरा और मिजोरम में शनिवार से भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में रविवार को कई जगहों पर बारिश होने की संभावना है।

मोका का रूट क्या होगा?
मोका तूफान के रूट को लेकर मौसम विभाग ने पहले अनुमान लगाया गया था कि चक्रवात भारत के दक्षिण तटीय क्षेत्रों, ओडिशा और दक्षिण-पूर्व गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा। हालांकि अब चक्रवात के क्षेत्र को देखने के बाद पता चला कि यह बंगाल की खाड़ी से उठकर उत्तर-पूर्वोत्तर बांग्लादेश-म्यांमार तट की आरे मुड़ गया है।

कैसे पड़ा 'मोका' नाम?
इस शक्तिशाली तूफान को 'मोका' नाम मिडिल ईस्ट एशिया के एक देश यमन ने दिया है। 'मोका' यमन का एक शहर है, जिसे मोखा भी कहते हैं। ये शहर अपने कॉफी व्यापार के लिए जाना जाता है। इसी के नाम पर 'मोका कॉफी' का भी नाम पड़ा।

कौन देता है चक्रवातों के नाम?
संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ESCAP) पैनल के 13 सदस्य देश तूफानों का नाम देते हैं। इसमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाइलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं। इस क्षेत्र में उत्पन्न चक्रावतों के नाम देने वाले ग्रुप शामिल देश अल्फाबेटिकली नाम देते हैं। जैसे कि B से बांग्लादेश पहले आता है तो वह पहले नाम सुझाएगा, फिर भारत और फिर ईरान और बाकी देश।

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